आग का परिचय - आग, किसी भी ज्वलनशील पदार्थ का दहन / जलना होता है, जब किसी पदार्थ का दहन होता है, तब उष्मा तथा विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं का निर्माण होता है। किसी भी पदार्थ के दहन में निम्न कारक उपयुक्त मात्रा में आवश्यक होते हैं – ईंधन, ऊष्मा, ऑक्सीजन।
आग की श्रेणियां दहन होने वाले ज्वलनशील पदार्थों के आधार पर आग को निम्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है –
- श्रेणी A
- श्रेणी B
- श्रेणी C
- श्रेणी D
- श्रेणी A आग और बुझाने का यंत्र लकड़ी, कागज, कपड़ा, जूट आदि से लगने वाली आग को श्रेणी A आग में रखा गया है। श्रेणी A आग को बुझाने के लिए सामान्यतया जलयुक्त अग्निशामक यंत्र का प्रयोग कर सकते हैं।
- श्रेणी B आग और बुझाने का यंत्र श्रेणी B के अन्तर्गत ज्वलनशील द्रव एवं ठोस से लगने वाली आग शामिल है, जैसे – मिट्टी का तेल, डीजल, पेट्रोल आदि। श्रेणी B की आग को बुझाने के लिए सामान्यतया फोम टाइप आग बुलाने वाले यंत्र का प्रयोग किया जाता है।
- श्रेणी C आग और बुझाने का यंत्र श्रेणी C के अन्तर्गत सिलेण्डर आदि में भरी LPG (Liquid Petroleum Gas) आदि से लगने वाली आग शामिल होती है। श्रेणी C की आग बुझाने के लिए ड्राई पाउडर फायर एक्सटिंग्यूशर का सामान्यतया प्रयोग किया जाता है। CO2 का भी प्रयोग कर सकते हैं।
- श्रेणी D आग और बुझाने का यंत्र ज्वलनशील धातुओं में लगने वाली आग, बिजली के तार आदि में लगने वाली आग को श्रेणी D में रखा गया है। श्रेणी D की आग को बुझाने के लिए CO2, CTC एवं ड्राई पाउडर अग्निशामक का प्रयोग किया जाता है।
विशेष - सभी श्रेणियों की आग बुझाने के लिए CTC (कार्बन टेट्रा क्लोराइड) यंत्र का प्रयोग किया जा सकता है। CTC आग बुझाने वाले यंत्र में CCl4 (कार्बन टेट्रा क्लोराइड) व CO2 (कार्बन डाइ आक्साइड) द्रवीकृत रूप में वायुदाब के साथ भरा होता है।
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