eDiplomaMCU: मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री कुंवर अर्जुन सिंह जी का गॉंव है बदनाम, मुझे सहना पड़ा अपमान

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Wednesday, May 4, 2022

मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री कुंवर अर्जुन सिंह जी का गॉंव है बदनाम, मुझे सहना पड़ा अपमान

मुझे समझ नहीं आ रहा कि बात मैं कहॉं से शुरू करूँ... क्‍या उस पल को याद करके अपनी बात शुरू करूँ जब मैं गर्व से कहा करता हूँ कि मैं उस गॉंव से हूँ जिस गॉंव से मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री कुंवर अर्जुन सिंह जी हैं और पंजाब के पूर्व गवर्नर भी रहे हैं। माननीय मुख्‍यमंत्री जी के पुत्र अजय सिंह राहुल भैया जी कई बार चुरहट, जिला- सीधी (म.प्र.) से विधायक रहे हैं, उस गॉंव से मैं हूँ। या अपनी बात यह सोचकर रखूँ कि मेरे गॉंव का नाम सुनते ही लोग हीन भावना से मुझे देखने लगते हैं, या कुछ सुविधाऍं जो अन्‍य के लिए हैं, मुझे इसलिए नहीं मिल सकतीं क्‍योंकि मैं उस गॉंव से ताल्‍लुकात रखता हूँ। 

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सांडा गॉंव

यह बात 02 मई 2022 की है, मैं बहरी, जिला-सीधी (म.प्र.) में एक स्‍कूटी खरीदना चाह रहा था। मुझे गाड़ी फायनेन्‍स करानी थी क्‍योंकि मैं ईएमआई पर गाड़ी लेना चाह रहा था। मैं ठीक-ठाक डाउनपेमेंट करने वाला था, लेकिन जब फायनेन्‍सर से एजेन्‍सी द्वारा बात किया गया कि ग्राम सांडा, चुरहट, जिला- सीधी (म.प्र.) से अभिषेक जी स्‍कूटी होन्‍डा एक्टिवा फायनेन्‍स कराना चाहते हैं जिसकी कीमत तकरीबन 94 हज़ार थी। फायनेन्‍सर के द्वारा यह कहते हुए मुझे फायनेन्‍स नहीं किया गया कि आप उस गॉंव से सम्‍बंन्‍ध रखते हैं जिस गॉंव को मेरी फायनेन्‍स कम्‍पनी ने रेड एरिया घोषित कर रखा है। फायनेन्‍स ऑफिसर ने यह भी कहा कि यदि वह मुझे फायनेन्‍स कर भी देते हैं तो आगे चलकर मेरी फाईल रूक जाएगी और कोई मतलब नहीं होगा क्‍योंकि सबकुछ ऑनलाईन होने वाला है। मेरी बहस फायनेन्‍सर और एजेन्‍सी वाले से काफी वक्‍त तक हुई लेकिन मुझे अपमान के अलावा कुछ न सुनने को मिला। 

मैं बहुत शर्मिन्‍दगी महसूस कर रहा था कि मेरे सरकारी नौकरी में होने के बाद भी, सारे कागजाद सही होने के बाद भी मुझे सिर्फ इस आधार पर फायनेन्‍स नहीं किया गया कि मैं सॉंडा गॉंव से हूँ। असल में कम्‍पनी की पॉलिसी या जबाव यह था कि आपके गॉंव का रिकॉर्ड बहुत ख़राब है। आपके गॉंव के लोग गाडि़यों आदि के लिए फायनेन्‍स तो कराते हैं लेकिन वापस ईएमआई नहीं चुकाते, लेकिन जब हम लोग कार्यवाही के लिए आपके गॉंव जाते हैं तो वहॉं हमसे मारपीट की जाती है। इस वजह से ऐसे क्षेत्रों को हमारी कम्‍पनी हाईलाईट कर देती है और भविष्‍य में उस गॉंव के लोगों को हम फायनेन्‍स प्रोवाईड नहीं किया करते। 

मैं इस बात से अवगत था कि मेरे गॉंव के लोग लड़ाकू हैं, और बेवजह लड़ाई जैसा महौल बनाये रखते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बहुत शान्‍त हैं और उनको अपने आत्‍मसम्‍मान की फिकर है। मैंने फायनेन्‍सर से यह भी प्रार्थना की कि आप मेरा बैंक डिटेल्‍स भी देख सकते हैं, हम कोई फ्रॉड नहीं करेंगे और न ही मेरा स्‍वभाव ऐसा है। हमने इस बात की भी दुहाई दी कि कुछ लोग गलत हो सकते हैं लेकिन कैसे आप कुछ लोगों की वजह से सभी लोगों को गलत ठहरा सकते हैं? एजेन्‍सी में बहुत सारे लोग थे और हमारी इस बहस को सुन रहे थे, मैं बहुत शर्मिन्‍दगी महसूस कर रहा था और ऐसा लग रहा था कि जैसे मैं उन्‍हीं गन्‍दे लोगों के जैसा हूँ जो फ्रॉड करते हैं और लड़ाई दंगा करते हैं। 

मुझे ऐसा दु:खद अनुभव तब भी हुआ जब मैं भोपाल गया हुआ था उच्‍च शिक्षा के लिए, जहॉं रीवा सम्‍भाग के लड़कों की इज्‍़जत नहीं की जाती, उनकी नज़र में रीवा का लड़का मतलब तो चोरी करता हो, रूम से लाईट, बल्‍ब, पंखे निकाल ले जाता हो और जाते वक्‍़त रूम तोड़ जाता हो, ऐसी नज़र से देखा जाता था। लेकिन असलियत में मैं बहुत ही शान्‍त स्‍वभाव का और अन्‍तर्मुखी विचारधारा का रहा हूँ। मुझे कई बार भूखा रहना पड़ा लेकिन मैंने कभी छीना-झपटी या चोर-डकैत वाली विचारधारा को नहीं अपनाया। पिछले माह अप्रैल 2022 में मेरा सबसे ख़ास दोस्‍त मुझसे अलग हो गया, मुझे उसकी पहचान समझ आ गई, उससे हमदर्दी रखकर मैंने उसकी बहुत मदद की आर्थिक तौर पर, लेकिन उसने मुझे धोख़ा दिया। अब ज़रा आप ही बताईये कि इतना सबकुछ करने के बाद भी बीच भरे बाज़ार में मुझे ऐसा एहसास हो कि जैसा मैं कोई अपराधी और बुरा इन्‍सान हूँ। 

अन्‍तत: सब अच्‍छा रहा और मुझे दूसरे फायनेन्‍स कम्‍पनी ने फायनेन्‍स सपोर्ट दे दिया इस शर्त पर कि मैं डाउनपेमेंट अधिक करूँ। लेकिन वह पल, वह वक्‍़त मेरे लिए दु:खद रहा। कम्‍पनी को इस बात की तरफ ध्‍यान देना बहुत ज़रूरी है कि लोग अच्‍छे-बुरे हो सके हैं, किसी इलाके में रहने वाले सभी लोगों को एक नज़रिये से देखना सही नहीं है। 



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