दोस्तों, आपने कम्प्यूटर पर टाईपिंग करते हुए देखा होगा कि अल्फाबेटिक कीज के मध्य लाईन में एफ और जे (F और J) बटन्स में Bump (उभार) बना होता है जो एक आड़ी रेखा के रूप में इन कीज के नीचे होता है। क्या आप जानते हैं कि इसका प्रयोग किस लिए होता है?
कम्प्यूटर टाईपिंग |
कम्प्यूटर पर टाईपिंग आज कार्य के प्रत्येक क्षेत्र की आवश्यकता है। चाहे कोई विद्यार्थी हो, टीचर हो, कार्य करने वाला कर्मचारी हो, अथवा कोई प्रोग्रामर हो, प्रत्येक क्षेत्र में कम्प्यूटर पर टाईपिंग की आवश्यकता होती है। टाईपिंग कम्प्यूटर कीबोर्ड (एक इनपुट डिवाइस) के माध्यम से की जाती है, इसलिए यदि हमें कम्प्यूटर के कीबोर्ड के फीचर्स का अच्छा ज्ञान हो तो हम कम्प्यूटर पर कार्यकुशलता को बढ़ा सकते हैं।
टाईपिंग स्पीड अधिक होने से सरकारी नौकरियों के साथ - साथ प्राईवेट सेक्टर में भी करियर बनाये जाने के नये आयाम खुलते जाते हैं। यदि कोई कर्मचारी है तो वह तेज गति से अपना कार्य समाप्त कर स्वयं के लिए समय बचा सकता है, तो वहीं यदि कोई प्रोग्रामर है अथवा विद्यार्थी है तो वह भी अपने प्रोजेक्ट को कम समय में पूर्ण कर सकता है। ऐसे में टाईपिंग स्पीड का अधिक होना हमेशा एक एडवांटेज रहता है।
कम्प्यूटर कीबोर्ड के F और J बटन में उभार किस लिए होता है? कम्प्यूटर पर टाईपिंग करने के लिए अध्याय के कुछ चरणों से होकर गुजरना पड़ता है, परन्तु यदि आपकी टाईपिंग स्पीड 20 अथवा 30 शब्द प्रति मिनट के आसपास है तो आप इस रहस्य को जानने के बाद अपनी टाईपिंग स्पीड को कम से कम 1.5 से 2 गुना अधिक बढ़ा सकते हैं। कम्प्यूटर में उभार बटन अथवा बम्प के नाम से एफ और जे में लकीरें होती हैं जो हमारी इंडेक्स फिंगर्स को क्रमश: एफ और जे का सही स्थान बताती हैं। चूँकि कम्प्यूटर पर टाईपिंग हम बिना देखे कर रहे होते हैं, इसलिए उँगलियों को कीज में रखकर उभार के माध्यम से हमारी उँगलियॉं ठीक स्थान पर क्रमश: एफ एवं जे पर स्थिर हो जाती हैं, परिणामस्वरूप बकाया की उँगलियां भी स्वयं अपने सही स्थान को प्राप्त कर लेती हैं।
इस विधि को टच टाईपिंग भी कहते हैं, जब आपकी उँगलियॉं आपके कीबोर्ड से बहुत कम ऊँचाई पर होती हैं और आप बम्प के द्वारा एफ एवं जे बटन के सही स्थान को परख पाने में सफल होते हैं। यह तब भी मददगार होती है जब आप काफी देर तक टाईपिंग करने वाले होते हैं।
टाईपिंग सीखने के कुछ और मेथड भी हैं जो मैं लाता रहूँगा। मेरी अंग्रेजी में टाईपिंग स्पीड लगभग 80 शब्द प्रति मिनट तक रहती है, परन्तु लगातार प्रैक्टिस न होने के कारण यह 50 शब्द के आस-पास ठहर जाती है। उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया होगा।
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